जिला जज ने सभी न्यायिक पदाधिकारियों के साथ किया बैठक।
सत्य प्रकाश नारायण, सहायक विधि संवाददाता / धनंजय कुमार विधि संवाददाता, बिहार – झारखंड, प्रदेश।
जिला जज ने सुलहनीय वादों का राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम निस्पादन कराने पर जोर दिया। 11 मई को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष श्री अशोक राज द्वारा अपने प्रकोष्ठ में सभी न्यायिक पदाधिकारियों के साथ बेैठक किया गया ।
जिला जज ने दिनांक 11. 05. 2024 राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर कई महत्वपूर्ण दिशा –निर्देश दिया। उनके द्वारा कहा गया कि यथा शीघ्र वादों को चिन्ह्ति कर, वादों की सूची प्राधिकार को उपलब्ध करायें औऱ उनके पक्षकारों को नोटिस निर्गत कर उसकी तामिला की अद्यतन अवस्था की जानकारी यथाशिघ्र प्राप्त करें एवं अधिक से अधिक पक्षकारो के साथ प्रि-कॉन्सेलिंग की प्रक्रिया सम्बन्धित न्यायालयो के साथ सामान्जस स्थापित कर करें। प्री-कॉन्सेलिंग प्रक्रिया के दौरान पक्षकारो के बीच सौहाद्रपूर्ण वातावरण रखें ताकि उन्हें अपने वाद को राष्ट्रीय लोक अदालत में निष्पादन कराने में खुशी का भाव उत्पन्न हो और उनके माध्यम से आम जनमानस भी अपने-अपने वाद राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण हेतु प्रेरित हो सके।
जिला जज द्वारा यह भी निर्देश दिया गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत का प्रचार-प्रसार ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में तक हो इसके लिए आवश्यक कदम उठाये। जिला जज ने कहा कि आज का समय में सोसल मिडिया, प्रेस, तथा अन्य मिडिया का प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका रहता है जिसके लिए आवश्यक सहयोग लें एवं उनके द्वारा मीडिया बन्धुओं से भी यह अपील किया गया है कि लोगो का लाभ एवं वाद मुक्त समाज निर्माण हेतु उनकी भूमिका की सराहना करते हुए कहा गया कि इसकी भूमिका बेहद ही महत्वपूर्ण है । अतः वे भी अपने-अपने स्तर से जितना हो सके लोगो को राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से अपने वादों का निस्तारण हेतु जागरूक करें साथ ही जिले के आम जनों से भी अपील किया है कि वे ज्यादा-से ज्यादा अपने वादों का निस्तारण करायें। अगर किसी तरह की समस्या उत्पन्न होती हो तो जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यालय अथवा जिला विधिक सेवा प्राधिकार से सोसल मीडिया अथवा किसी भी स्तर से सम्पर्क स्थापित करें।
जिला जज ने पिछले राष्ट्रीय लोक अदालत में हुए रिकॉर्ड संख्या में निष्पादित हुए वादों की चर्चा करते हुए सभी न्यायिक पदाधिकारीयों को बधाई देते हुए कहा गया कि प्रत्येक न्यायालय का यह परम दायित्व होना चाहिए कि सभी के न्यायालय से सम्बन्धित अधिक से अधिक वाद निष्पादित हो। इस बैठक में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सुकुल राम, परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश श्री सत्य भूषण आर्या, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री पंकज मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश , अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश पॉक्सो सुनील कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री रत्नेशवर कुमार सिंह, विशेष न्यायाधीश उत्पाद श्री धनंजय सिंह एवं श्री नीतीश कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री लक्ष्मीकांत मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री निशित दयाल, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी श्री आनन्द भूषण, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी श्री सौरभ सिंह, श्रीमती माधवी सिंह, श्री राजेश सिंह, अनुमण्डलीय न्यायिक दण्डाधिकारी श्री योगेश कुमार मिश्रा मुंसिफ श्रीमती शोभा के साथ-साथ न्यायिक दण्डाधिकारी सोभित सौरभ, निधी जयसवाल,ओम प्रकाश नारायण सिंह, मो0 शाद रज्जाक और श्रीमती नेहा दयाल ,श्री शुभंकर शुक्ला उपस्थित रहें।
अध्यक्ष ने कहा इस मे . किसी पक्ष की न जीत होती है और न किसी की हार होती है ।सौहार्दपूर्ण वातावरण में दोनों पक्षों के बीच आपसी समझौते के आधार पर स्थापित कर वाद का निपटारा किया जाता हैऔर इसके उपरांत दोनों पक्षों से खुशी अपने-अपने घर को जाते हैं ।