चुनाव को लेकर मतदाता है उदासीन ।
दैनिक शुभ भास्कर,
रंजीत कुमार, अनुमंडल संवाददाता दाउदनगर,
औरंगाबाद ( बिहार ) 6 मई 2024 : काराकाट लोकसभा चुनाव की तिथि एक जून को निर्धारित की गई है,गर्मी के तापिश मे काराकाट लोकसभा क्षेत्र मे चुनाव की समय नजदीक आ रही है,परंतु मतदाताओं मे उत्साह नही दिख रहा है,लगता है की ग्रामीण चुनाव के प्रति उत्साहित नहीं है,अधिकारी भी शांतिपूर्ण मतदान की तैयारी मे जुट गए है।
बारून प्रखंड के परसिया निवासी 89 वर्षीय सुखदेव प्रसाद सिंह उर्फ सुकन बाबू ने बताया की अभी तक कोई नेता गांव नही पहुंचे है, एक समय था, जब चुनाव की बिगुल बजते ही प्रत्याशी एवम उनके समर्थक झुंड के झुंड पहुंचते थे, और वोट मांगते थे, गावो मे उम्मीदवारों के समर्थक के द्वारा दलानो मे बैठक होती थी, और गांव के सभी मतदाता आते थे, और उसी बैठक मे वोट को लेकर राय विचार होती थी,परंतु अब वैसा कुछ नहीं होता है, अब उम्मीदवारों के द्वारा एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप शुरू कर देते है,और ऐसा प्रत्यारोप की जिनकी बाते सुनने लायक नही होती थी,परंतु ऐसा पूर्व मे नही होता था,
राजनीतिक दलों एवम निर्दलीय प्रत्याशी खड़े होते थे,परंतु वोट मांगते थे,पहले की चुनाव मे इतना तनाव नही था, अब जातीयता देखकर लोग मतदान करते है,और उम्मीदवार भी जाती गत से अपने वोटर तय करते है,मैंने पहले कांग्रेस की वोट दिया था “जोड़ा बैल पर” पहली बार मुहर लगाएं थे,पहले ईवीएम का जमाना नही था, बैलेट पेपर से वोट देते थे,पहले गीतों एवम बैलेट पेपरों से चुनाव प्रचार होता था,अब पहले जैसा माहौल नही दिखता है,जिसके कारण मतदाता उत्साहित नहीं है, मैं पहली बार अपने माता पिता के साथ वोट देने धनौती विद्यालय पर पहुंचे थे,और मां पिता के साथ सभी परिवार एक ही विशेष पार्टी कांग्रेस को दिया था,गावो मे चुनाव के प्रति लोग उत्साहित नही है।