यह दिन “देव वाणी के लिए” अत्यंत पवित्र माना गया
JUSTICE 24 HOUR
नवीन कुमार उपाध्याय, जिला संवाददाता, दैनिक शुभ भास्कर, गया (बिहार)
बिहार प्रदेश के गया जिले का ब्रजभूषण संस्कृत महाविद्यालय में 14अगस्त 2024 से संस्कृत सप्ताह का आयोजन प्रारंभ किया गया। इस अवसर पर आयोजित प्रतिभागियों को समापन समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।
उद्धाटन समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती माता को पुष्पांजलि समर्पित कर प्रधानाचार्य एवं सभी शिक्षकों द्वारा समवेत “संयुक्त” रूप से किया गया।
वैदिक और लौकिक मंगलाचरण की प्रस्तुति क्रमशः छात्र ओमप्रकाश और पियूष पाठक द्वारा की गयी। मंच संचालन ज्योतिषाचार्य अम्बुज त्रिवेदी ने किया। बृहस्पतिवार को श्लोक/स्तोत्र पाठ प्रतियोगिता थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डाॅ. जितेन्द्र कुमार ने संस्कृत दिवस और संस्कृत सप्ताह के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 1969 में श्रावणी पूर्णिमा के दिन संस्कृत सप्ताह के आयोजन की घोषणा की गयी। यह दिन अत्यंत पवित्र माना गया है।
भारतीय सनातनी परम्परा में गुरूकुल व्यवस्था का सत्रारंभ इसी दिवस से होता था। अतः इस पवित्र मास में पूर्णिमा से छ: दिन पूर्व से संस्कृत सप्ताह का आयोजन पूरे देश की संस्कृत संस्थाओं में होता है। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र- छात्राऐं, शिक्षक सुनील कुमार, बालाजी कुमार शतपथी, हेमवती नन्दन पनेरू, सुशील कुमार तिवारी, रामकेश्वर तिवारी एवं शिक्षिका विदुषी आमेटा उपस्थित थीं।
कार्यक्रम की रूपरेखा इस प्रकार है- दिनांक 14/ 08/ 2024 से 20/ 08/ 2024 तक “संस्कृत सप्ताह समारोह” का आयोजन किया जाएगा। प्रतिदिन प्रातः 11 बजे से 1.00 बजे तक निम्नवत कार्यक्रम होंगे।
14/08/24 को “उद्घाटन समारोह एवं श्लोक गायन प्रतियोगिता” होगी।
15/08/24 को “ध्वजोत्तोलन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम” होगा।
16/08/24 को “कंठस्थ स्तोत्र गायन प्रतियोगिता” होगी।
17/08/24 को “संस्कृतिः संस्कृताश्रया” विषय पर भाषण प्रतियोगिता होगी।
18/08/24 को “सूत्र अंत्याक्षरी प्रतियोगिता” होगी।
19/08/24 को “संस्कृत-संस्कृति प्रश्नोत्तरी” प्रतियोगिता होगी।
20/08/24 को “समापन समारोह” का आयोजन किया जाएगा।
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