रंजीत कुमार, अनुमंडल संवाददाता दाउदनगर,
औरंगाबाद ( बिहार) 4 अप्रैल 2024: रमजान का महीना मे सभी रोजदारो में काफी उत्साह है, खासकर बच्चो मे भी काफी खुशी देखी जा रही है,
रमजान का माह मुस्लिम समुदाय का सबसे पवित्र महीना माना जाता है, और इसमें रोजे रखने का विशेष महत्व भी है, इस संबंध मे रोजा के महत्व को बेल पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मोहम्मद नसीम अख्तर ने बताया की, यह मुस्लिम समुदाय में रोजा रखना अल्लाह का इबादत रखने का एक जरिया है, जैसे सनातन धर्म मे नवरात्रि का उपवास कर मातृ भक्ति एवम प्राकृतिक शक्ति का उपासना का हिंदुओ का प्रतीक है, इसी तरह मुस्लिम समुदाय का रोजा रखना एक इबादत है, रोजा सिर्फ भूखे प्यासे रहने का नाम नहीं बल्कि शरीर के साथ मानव की सभी बुराइयों को भी नसत्त करती है, रोजा हमे भूखे प्यासे असहाय लोगों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए, वह हमे सिखाती है, जब कोई भी व्यक्ति रोजा रहते हुए, दान धर्म करता है तो उसे सत्तर गुना अधिक बरक्कत मिलती है,इसलिए रमजान माह मे रोजा मनाने का विशेष महत्व है, रोजा रखना और इफ्तार और शहरी करने के बिच अपनी सेहत का भी रोज दारो को ख्याल रखना जरूरी है ।

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