पेयजल आपूर्ति की 80 प्रतिशत योजना कागज पर! वाटर कंजर्वेशन पर गंभीर है हेमंत सरकारः राधाकृष्ण किशोर
JUSTICE 24 HOUR
पंकज विश्वकर्मा, संवाददाता
पलामू (झारखंड) 15 दिसम्बर 2024 :- पलामू प्रमंडल गर्मी के मौसम में भीषण पेयजल की संकट से जूझता है. साथ ही प्रत्येक दूसरे वर्ष यह इलाका अकाल या सुखाड़ का सामना करता है. फरवरी के महीने से ही पलामू प्रमंडल के मुख्यालय मेदिनीनगर का अधिकांश इलाके में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाती है. करीब एक दशक बाद पलामू को झारखंड सरकार के मंत्रिमंडल में जगह मिली है. राज्य के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर पलामू के छतरपुर से विधायक हैं. पेयजल समस्या, अकाल और सुखाड़ को लेकर वे कई मौकों पर आवाज उठाते रहे है.
मीडिया से बातचीत में झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कई बातें कही हैं. राधाकृष्ण किशोर का कहना है कि पेयजल एवं आपूर्ति विभाग की 80 प्रतिशत योजनाएं फंक्शनल नहीं है. विभाग की योजनाएं हकीकत में कुछ और कागज पर कुछ नजर आती हैं. मंत्री राधाकृष्ण किशोर का कहना है कि पलामू के इलाके को 1200 मिलीमीटर बारिश की जरूरत है, लेकिन पर्याप्त बारिश नहीं होती है. 700 से 800 मिलीमीटर बारिश में भी यह इलाका अकाल और सुखाड़ से जूझने लगता है.