JUSTICE 24 HOUR
घनश्याम पाठक , ब्यूरो चीफ हजारीबाग (झारखंड) बिष्णुगढ व बगोदर प्रखंड के आस-पास क्षेत्रों की एक के बाद एक लगातार हो रही प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा हैं।बिष्णुगढ थाना क्षेत्र के कुसुम्भा पंचायत के अलखरी खुर्द निवासी स्वर्गीय रूपलाल बेसरा के 33 वर्षीय पुत्र राजेश बेसरा की 07 मार्च 2024 को दुबई में सडक दुर्घटना में हुए मौत से पूरा परिवार सदमे में हैं।राजेश बेसरा ढाई साल पूर्व परिवार की खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए दुबई गए थे।
वहाँ एमको कंपनी में कार्यरत था।इसकी सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हैं।परिवार के पालन-पोषण का भी संकट खड़ा हो गया हैं।
मृतक अपने पीछे पत्नी गीता देवी,पुत्री सिल्फा बेसरा(06)और पुत्र पंकज बेसरा(03)छोड़ गया हैं।इस दुख की घड़ी में मृतक के परिजनों से मिलकर इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली घर पहुंचकर परिवार को सांत्वना दिया।
संवेदना प्रकट करते हुए उन्होंन कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है।इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है।
रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है।
हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत की खबरें आ रही है।प्रवासी मजदूरों की सबसे ज्यादा तादाद हजारीबाग,गिरिडीह और बोकारो जिले से रोजी कमाने गये लोगों की है।अपना घर छोड़कर परदेस गये इन मजदूरों की जिंदगी तो कष्ट में बीतती ही है,
मौत के बाद भी उनकी रूह को चैन नसीब नहीं होता है।ऐसे में सरकार को रोज़गार के ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए।ताकि मजदूरो का पलायन रोका जा सके।
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