फास्टेग सुविधा ना होने से होती है वाहन चालकों को परेशानी

दर्जनों गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार

गांव आने वाले रिश्तेदारों के साथ रोजाना झगड़ा करते हैं टोल कर्मी

रोहाना गांव जाने वाले रास्ते पर जबरन लगा रखा है बैरियर

देवबंद

सहारनपुर -मुजफ्फरनगर मार्ग पर स्टेट हाईवे का निर्माण करने वाली कंपनी उपसा की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है। गांव घलौली के समीप बना टोल स्थानीय लोगों के लिए बड़े परेशानी का सबब बनता जा रहा है। टोल अधिकारी जिस प्रकार से खुलेआम यहां पर गुंडागर्दी और मनमानी कर रहे हैं जो जग जाहिर है।

गांव रोहाना जाने वाले रास्ते पर भी टोल अधिकारियों द्वारा जबरन बैरियर लगा रखा है। जब भी कोई रिश्तेदार या परिचित ग्रामीणों से गांव मिलने जाता है तो यहां पर जबरन गाड़ियों को रोका जाता है, और टोल वसूला जाता है। अगर कोई भी रिश्तेदार टोल देने से मन करता है तो उसके साथ टोल कर्मियों व उनके गुंडों द्वारा मारपीट की जाती है। जिसका ताजा उदाहरण हाल ही में ही पुलिस द्वारा टोल कर्मियों के खिलाफ आधा दर्जन से भी अधिक मुकदमे दर्ज होना है, लेकिन पुलिस आज तक भी टोल कर्मियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर पाई वजह है सत्ता पक्ष के बड़े नेताओं का खुला संरक्षण।


शासन या विभागीय नियम के अनुसार किसी भी गांव के रास्ते पर टोल लगाना सरासर नियम विरूद्ध है। लेकिन जिस प्रकार से सत्ता पक्ष के बड़े नेताओं और उपसा कंपनी के अधिकारियों की मिली किसी से छुपी नहीं है। इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेज कर अवैध टोल को हटाने और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अब देखना यह है कि सरकार पूरे मामले में क्या कार्रवाई करती

फास्ट टैग न होने से यात्रियों को होती है परेशानी

स्टेट हाईव अथॉरिटी नियम के अनुसार किसी भी टोल पर फास्ट टैग की सुविधा होना अनिवार्य है, ताकि किसी भी यात्री को टोल पर ज्यादा समय खड़ा ना होना पड़े और वह आराम से टोल पर कर सके। लेकिन यहां किसी भी प्रकार का फास्ट टैग नहीं है। जो कहीं ना कहीं एक बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है।

क्या कहते हैं ग्रामीण?

गांव रोहाना निवासी विकास कुमार, मोहित, लकी त्यागी, राजवीर शर्मा, गांव घलौली निवासी राहुल त्यागी, पंकज, संजीव त्यागी, नरेशत्यागी, गांव बड़कली निवासी शिवकुमार, राकेश, गांव बहेडी निवासी राजवीर, संजय त्यागी, अनिरुद्ध त्यागी, सतीश त्यागी आदि ने बताया टोल कर्मी खुलेआम गुंडागर्दी पर उतारू है। रोजाना उनके यहां आने वाले मेहमानों, परिचितों के साथ झगड़ा और मारपीट की जाती है। अगर यही हाल रहा तो आने वाले समय में उनके यहां मेहमान भी आने बंद हो जाएंगे।

125 रुपए से बढ़कर ₹170 हुआ टोल

सहारनपुर मुजफ्फरनगर स्टेट हाईवे पर स्थित गांव घलौली के समीप बने टोल के रेट की बात करें तो वह भी अपने आप में एक अलग ही है। बीते एक माह पूर्व से टोल का रेट 125 रुपए से बढ़कर ₹170 कर दिया गया है। इतना ही नहीं बस, ट्रक और अन्य वाहनों से भी यहां जमकर वसूली हो रही है। जिसके चलते क्षेत्र के लोग खासकर की स्थानीय लोग बहुत ज्यादा परेशान है।

टोल अधिकारियों के मोबाइल नंबर मिले स्विच ऑफ !

ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप और मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र के संबंध में जब दैनिक भास्कर संवाददाता ने ‌ उपसा कंपनी के अधिकारियों से वार्ता करने का प्रयास किया गया तो सभी अधिकारियों के मोबाइल नंबर स्विच ऑफ मिले। जिसके चलते दैनिक भास्कर इस खबर की पुष्टि नहीं करता।

वर्ज़न…..

कंपनी द्वारा मानकों के अनुरूपी कार्य किया जा रहा है। स्थानीय लोगों द्वारा लगाए जा रहे आरोप बुनियाद व निराधार है। निर्धारित नीतियों के आधार पर ही टोल टैक्स बढ़ाया गया है।‌ कंपनी शासन के आदेशों का पालन कर रही है।

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