रंजीत कुमार,अनुमंडल संवाददाता दाउदनगर ,
औरंगाबाद ( बिहार ) 19 अप्रैल 2024: हसपुरा प्रखंड क्षेत्र के मौआरी गांव स्थित नवनिर्मित आदि शक्ति जगदम्बा देवी मंदिर परिसर में भागवत भास्कर श्री स्वामी पुरूषोत्तमाचार्य जी महाराज के निर्देशन में सात दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण सह हनुमत प्राण-प्रतिष्ठा महायज्ञ पूरे विधि-विधान पूर्वक वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत शुरू हो गया है।
महायज्ञ मीडिया प्रभारी डॉ० ज्योति कुमार ने बताया कि बीते गुरुवार को महायज्ञ के दूसरे दिन संस्कृत पाठ पारायण से अनुष्ठान की शुरुआत हुई। इसके बाद हवन व वेदी पूजन किया गया। इस दौरान पूरा क्षेत्र वैदिक मंत्रों से गुंजायमान हुआ। संध्या बेला में भक्त श्रोतागणों को स्वामी जी के दिव्य प्रवचन का रसपान कराया गया।
बता दें कि बीते बुधवार को महर्षि भृगु ऋषि की तपोभूमि प्रसिद्ध तीर्थस्थल भृगुरारी स्थित पुनपुन-मंदार संगम की पवित्र जलधारा से जलभरी की गयी। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालु नर-नारियों ने कलश में पवित्र संगम का जल भरा। इस मौके पर बराह मठ के पीठाधीश्वर स्वामी पुरूषोत्तमाचार्य जी महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ जलभरी क्रिया को संपन्न कराया।
गाजे-बाजे, हाथी-घोड़ा एवं निजी वाहन के साथ भब्य शोभा कलशयात्रा निकली,
पीले परिधान में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं कलश यात्रा में शामिल हुई महिलाएं और पुरुष माथे पर कलश लिए विभिन्न मार्गों से होते हुए यज्ञ स्थल मौआरी पहुंचे, जहां यज्ञाचार्य ने पूरे विधि-विधान के साथ कलश को स्थापित कराया। इस दौरान धर्म -आध्यात्म की अलौकिक छटा बिखरती नजर आयी।
भक्तजनों द्वारा सनातन धर्म और यज्ञ नारायण भगवान के गगनभेदी जयकारों से पूरा माहौल गूंज उठा।बताते चलें कि संध्या में प्रवचन के दौरान स्वामी पुरूषोत्तमाचार्य जी ने बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं से श्रीमद्भागवत कथा के महात्म्य का बखान करते हुए कहा कि कलियुग की पराकाष्ठा के इस दौर में श्रीमद्भागवत कथा श्रवण मात्र से ही मनुष्य का कल्याण हो जाता है और सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है।
उन्होंने अच्छे और बुरे कर्मों को विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि कलियुग में मोक्ष का सबसे बड़ा साधन भागवत कथा है। व्यक्ति कितना भी अधम क्यों न हो यदि सच्चे मन से श्रीमद्भागवत कथा का रसपान कर ले तो भवसागर से पार हो जाता है। इसके साथ ही उन्होंने श्रीमद्भागवत कथा में भक्त प्रह्लाद के चरित्र वर्णन का भी अत्यंत सजीव वर्णन किया।
यज्ञ के अवसर पर पधारे रामलीला मंडली के मंजे हुए कलाकारों के जीवंत मंचन ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। गौरतलब है कि यज्ञ में शामिल होकर स्वामी जी से आशीर्वाद लेने आए पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए यज्ञ किया जाता है। सनातन धर्म हमें सही जीवन जीने का तरीका बताता है।यज्ञ में पहुंचे गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के एमएलसी जीवन कुमार ने कहा कि यहां आकर और स्वामी जी का दर्शन पाकर वे धन्य हो गए। लोगों को सनातन धर्म के प्रति अटूट आस्था देखकर मैं काफी खुश हूं।
महायज्ञ के सुंदर यज्ञ मंडप की सजावट व विद्युत सज्जा तथा झूला,चरखी आदि आकर्षण का केंद्र बना है।
यज्ञ आयोजन समिति के अध्यक्ष रवींद्र शर्मा, उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा ,मृत्युंजय कुमार, सचिव संजीव कुमार, कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश वत्स, भूषण शर्मा, कलेक्शन समिति अध्यक्ष नवीन कुमार, संयोजक धीरज शर्मा, जनप्रतिनिधि सत्येन्द्र चौधरी,प्रेम कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।