वैदिक कालीन गुरूकुल परम्परा का जीवन्त रूप शिविर में दर्शनीय रहा।

प्रतिभागियों ने केवल संस्कृत में ही वार्तालाप किया

ब्रजभूषण संस्कृत महाविद्यालय,खरखुरा गया , बिहार में 16 से 28 जुलाई 2024 तक शिविर का हुआ आयोजन।

JUSTICE 24 HOUR
नवीन कुमार उपाध्याय, जिला संवाददाता, गया /
अनिल कुमार मिश्र, संपादक , दैनिक शुभ भास्कर, बिहार – झारखंड, प्रदेश।

गया (बिहार) 28 जुलाई 2024 :- अवकाशीय दिवसों को छोड़कर सभी कार्य दिवसों मे शिविर का संचालन पूर्णतः संस्कृतमय वातावरण में हुआ। इस अवधि में समस्त प्रतिभागियों ने केवल संस्कृत में ही वार्तालाप किया। वैदिक कालीन गुरूकुल परम्परा का जीवन्त रूप शिविर में दर्शनीय रहा।

दश दिवसीय संस्कृत सम्भाषण शिविर में प्रतिभागी छात्रों में अपूर्व उत्साह देखने को मिला।

संस्कृत सम्भाषण शिविर में प्रशिक्षण डॉ. रामकेश्वर तिवारी, डॉ. अम्बुज त्रिवेदी और डॉ. हेमवती नन्दन पनेरु ने निर्धारित पाठ्यक्रमानुसार किया। डॉ. बालाजी कुमार शतपथी व श्री सुशील कुमार तिवारी जी ने शिविर में भागग्रहणार्थी प्रशिक्षुओं को वाचिक और व्यावहारिक अभ्यास कराया।

संस्कृत सम्भाषण में प्रतिदिन अभ्यास वर्ग के प्रारंभ से पूर्व प्रशिक्षुओं को संस्कृत-गीत का अभ्यास कराकर डॉ. विदुषी आमेटा ने सम्भाषण पद्धति को रुचिकर प्रस्तुत होने में सहायता की। सम्पूर्ण दश – दिवसीय शिविर के संचालन का दिशानिर्देश डॉ. सुनील कुमार और प्राचार्य डॉ. जितेन्द्र कुमार ने किया।

“जयतु भारतम्, जयतु संस्कृतम्’ के उद्‌घोष के साथ प्राचार्य की अनुमति से दश-दिवसीय संस्कृत सम्भाषण शिविर की पूर्णता हुई।

             डाॅ. जितेन्द्र कुमार           
                 प्राचार्य
          ब्रजभूषण संस्कृत महाविद्यालय,                           
              खरखुरा ,गया
Share.
Exit mobile version