पेयजल संकट को देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता सल्लू खान औरंगाबाद जिला मुख्यालय में गरीबों के घरों तक पहुंचा रहे हैं शुद्ध आरो का पेयजल.

तपिश भरी गर्मी में नल जल योजना का पानी लोगों को नसीब नहीं, सरकार के नल-जल योजना धरासाई।

चपकालों से बूंद-बूंद पानी टपक रहे हैं,जो पीने लायक नहीं।

गरीबों के बीच पीने का पानी देने में बिहार -सरकार विफल,

सामाजिक कार्यकर्ता सल्लू खान के नेक इरादे व कार्यो से औरंगाबाद जिले में विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं को सीख लेनी चाहिए ।

JUSTICE 24 HOUR

दैनिक शुभ भास्कर, अनिल कुमार मिश्र, संपादक, बिहार -झारखंड प्रदेश

बिहार प्रदेश के औरंगाबाद जिले में पेयजल संकट प्रत्येक वर्षों की भांति इस वर्ष भी उत्पन्न हो चुका है। पेयजल के संकट से जूझ रहे गरीबों के समस्याओं का समाधान के लिए स्थानीय सांसद, विधायक, विधान – परिषद, नगर – परिषद विभाग, पीएचइडी विभाग का कोई मतलब ही नहीं रह गया है कि गरीब लोग पानी पियेगे या नहीं. इनके लिए पानी का ब्यवस्था कहा से होगा,इसकी की चिंता नहीं हैं । औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र का लोकसभा चुनाव में 9 प्रत्याशी चुनाव लड़े, चुनाव खत्म होते ही यहां से लापता हो गए, ना जाने वोट मांगने के बाद गरीबों से कहां चले गए. उक्त बातें पेयजल के संकट से जूझ रहे गरीबों के पीड़ा से मर्माहत समाज सेवी सल्लू खान उर्फ शाहनवाज ने कही।

औरंगाबाद के सामाजिक कार्यकर्ता सल्लू खान उर्फ शाहनवाज ने औरंगाबाद में पेयजल संकट को देखते हुए गरीबों के बीच आरो का शुद्ध पेयजल घरों तक पहुंचाने में जुटे हैं .बढ़ते तपिस में बिहार सरकार के नल-जल योजना” पूरी तरह से खोखला साबित दिख रही है. शहनवाज उर्फ सल्लू खान का कहना है कि एक तरफ केंद्र एवं बिहार सरकार घर-घर में शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए लाखों रुपए पानी की तरह बहाया , लेकिन इस तपिश भरी गर्मी में नल जल योजना का पानी लोगों को नसीब नहीं हो रहा है. इसे प्रमाणित होता है कि जल योजना पूरी तरह से फ्लॉप हो चुका है.

उन्होंने कहा कि यदि इसकी सत्यता की जांच कराई जाए तो कई सनलिप्त व्यक्ति सलाखों के पीछे हो सकते हैं. बिहार सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं में नल- जल योजना मुख्य रूप से शामिल है. इसके बावजूद भी लोगों तक शुद्ध पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित नहीं होना कई सवाल को खड़ा करता है. आखिर इसके लिए दोषी कौन है. यदि दोषी है तो अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई. आखिर इस योजना में धांधली एवं मनमानी करने का किसका संरक्षण प्राप्त है. ऐसे कई सवाल है जो औरंगाबाद वासियो के जेहन में कौध रही है.

मोहम्मद सल्लू खान उर्फ शाहनवाज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि औरंगाबाद में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. लेकिन सूदी लेने वाला कोई नहीं. सल्लू खान ने कहा है कि सांसद, विधायक सहित जनप्रतिनिधियों को गरीबों के लिए कोई चिंता नहीं हैं.
औरंगाबाद जिला मुख्यालय में रहने वाले खासकर कमजोर लोग तथा जिनके घरों में बाहर से पानी लाने वाले नहीं है ,वैसे लोग परेशान है. फिर भी उत्पन्न पेयजल संकट का समाधान की चिंता लोगों में नहीं हैं.

उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा करने से मुझें शांति मिलती है, इसीलिए मैं इस भीषण गर्मी के समय जिला में पेयजल संकट से जूझ रहे लोगों को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को कड़ाके की धूप में भी समस्या से त्रस्त वार्डों में नि:शुल्क पिकअप से आरओ का ठंडा पेयजल घर – घर सप्लाई का कार्य कर रहा हूं ,ताकि लोगों को इस भीषण गर्मी से राहत मिल सके.

शहर में अधिकतर चापाकल खराब पड़े हुए हैं. कागज पर तो सरकारी विभाग द्वारा उसे ठीक कर दिया गया है, मगर धरातल पर सही तरीके से जांच किया जाएगा, तो चापाकल से एक बूंद भी पानी नहीं टपक रहा है. यहां के स्थानीय सांसद, विधायक, विधान – परिषद, नगर – परिषद विभाग, पीएचइडी विभाग का कोई मतलब ही नहीं रह गया है कि गरीब लोग कहां से पानी पियेगे या नहीं.

लोकसभा चुनाव का 9 प्रत्याशी चुनाव लड़े, चुनाव खत्म होते ही यहां से लापता हो गए .ना जाने कहां चले गए. सल्लू खान ने कहा कि सभी जगह पर पानी की व्यवस्था की जा रही है . इस कार्य को देखकर औरंगजेब खान, वीरेंद्र यादव, मुकेश कुमार, संतोष कुमार, फिरदौस अहमद खान, मो. इम्तियाज, गोपाल राम सहित लोगों ने सल्लू खान के कार्यों को सराहा. लोगों ने कहा कि मोहम्मद शहनवाज उर्फ सल्लू खान ने जो कर रहा है वह एक अच्छा पहल है.

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