शौख कब लत में परिवर्तित हो जाता है इसका पता ही नहीं चलता, अभियान चलाने की है आवश्यकता -प्रभारी जिला जज।
तम्बाकू एक धीमा जहर है जो सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे-धीरे करके मौत के मुह में धकेलता रहता है।
दैनिक शुभ भास्कर
सत्य प्रकाश नारायण, सहायक विधि संवाददाता /धनंजय कुमार विधि संवाददाता, बिहार- झारखंड प्रदेश.
बिहार प्रदेश के औरंगाबाद जिला में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा विधिक सेवा सदन में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर शपथ समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सभी न्यायिक पदाधिकारीगण, न्यायालय के कर्मीगण, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मीगण पैनल अधिवक्तागण उपस्थित हुए।
विश्व तम्बाकू दिवस पर आयोजित शपथ समारोह का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सुकुल राम द्वारा किया गया।
इस अवसर पर प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष श्री पंकज मिश्रा ने उपस्थित लोगों को अपने सम्बोधन में कहा कि हर साल 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाता है इस दिन को मनाने की शुरूआत विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1987 में की थी। पुरी दुनिया में प्रति वर्ष लगभग 60 लाख लोग तम्बाकू के प्रयोग के कारण मर जाते हैं इसलिए इस दिन को मनाने के पीछे का ध्येय यहीं है कि आम जनता तम्बाकू से होने वाले नुकसान को जाने और तम्बाकू से बने पदार्थो से दूर रहें।
तम्बाकू एक धीमा जहर है जो सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे-धीरे करके मौत के मुह में धकेलता रहता है और लोग जाने-अंजाने में तम्बाकू उत्पादों का सेवन करते रहते हैं और धीरे-धीरे शौक कब लत में परिवर्तित हो जाता है लोगो को इसका पता ही नहीं चलता है इसलिए 31. मई 2024 को विश्व तम्बाकू दिवस पर प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष श्री पंकज मिश्रा ने यह भी संदेश दिया कि प्रत्येक व्यक्ति को तम्बाकू का निषेध करना चाहिए जिससे कि शारीरिक दुष्प्रभाव से बचा जा सके। साथ ही साथ अनेक प्रकार की बीमारियों से सभी व्यक्ति का बचाव हो सके।
एक बार तम्बाकू के गिरफ्त में आने के उपरान्त अगर वह व्यक्ति कोई बीमारी से ग्रसित हो जाता तो उस व्यक्ति का पूरा परिवार विखर जाता है। तम्बाकू का सेवन करने वाले लोगो का रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो जाती है जिसका प्रभाव सीधे उनके स्वास्थ्य प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों से यह अपील भी किया गया कि अपना दायित्व समझकर कम से कम प्रत्येक लोग 50 लोगो को तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में प्रेरित करें, और आपके प्रयास से कुछ लोगो पर भी इसका साकारात्मक प्रभाव पड़ता है और इससे पे्ररित होकर तम्बाकू एवं तम्बाकू से बने पदार्थो का निषेध करते हैं तो आपके द्वारा किये गये प्रचास किसी की जिन्दगी को हमेशा के लिए बदलकर खुशहाली की ओर ले जायेगा।
शपथ कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय श्री सत्य भूषण आर्या भी उपस्थित जन समूह के समक्ष ही तम्बाकू को निषेध करने हेतु शपथ कार्यक्रम में उपस्थित लोगो को प्रेरित किया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव श्री सुकुल राम ने उपस्थित लोगों के साथ-साथ अपने सभी कर्मियों को तम्बाकू के दुष्प्रभाव के बारे में अवगत कराया तथा तम्बाकू का सेवन नहीं करेंगें और लोग भी तम्बाकू का सेवन न करें इसके लिए उन्हें प्रेरित करने तथा इसके सेवन से होने वाले शारीरिक दुष्प्रभाव और नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक करने तथा तम्बाकू रहित समाज एवं स्वस्थ वातावरण के निर्माण में अपना योगदान देने से सम्बन्धित शपथ दिलाया गया।